जयपुर। क्या 90 साल तक बिना बीमारी के जीना संभव है? आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. पीयूष त्रिवेदी और हालिया अंतरराष्ट्रीय शोधों की मानें तो इसका जवाब है — हां ! स्वस्थ दीर्घायु किसी जादुई दवा से नहीं, बल्कि हमारी रोजमर्रा की जीवनशैली से तय होती है। आइए जानते हैं वो आसान लेकिन प्रभावी आदतें जो आपकी उम्र बढ़ा सकती हैं — गुणवत्ता के साथ।
रोज़ाना 30 मिनट की वॉक – हार्वर्ड की मुहर: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार, रोज़ाना सिर्फ आधे घंटे की सैर से मृत्यु दर में 20% तक कमी आती है। यह दिल, मस्तिष्क और पाचन के लिए वरदान है।
रंगीन फल और सब्जियां – एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना: हर दिन 5 रंगों की फल-सब्जियां खाने से कैंसर और हृदय रोगों का खतरा घटता है। न्यूट्रिशन जर्नल भी इस बात की पुष्टि करता है।
7-8 घंटे की नींद – उम्र बढ़ाने वाला ब्रह्मास्त्र: नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, पर्याप्त नींद लेने वालों की औसत उम्र 6 साल अधिक पाई गई है। अच्छी नींद मानसिक स्वास्थ्य का मूल है।
रिश्तों की ताकत – दवा से बेहतर है दोस्ती:
75 साल पुरानी हावर्ड स्टडी में पाया गया कि अच्छे संबंध और सामाजिक जुड़ाव से जीवन न केवल लंबा, बल्कि खुशहाल भी होता है।
धूम्रपान से दूरी, अल्कोहल सीमित – जीवन प्रत्याशा में बड़ा फर्क: सिगरेट जीवन प्रत्याशा को 10 साल घटा देती है। रेड वाइन जैसी सीमित मात्रा में अल्कोहल के सेवन को कुछ अध्ययनों में लाभदायक माना गया है, लेकिन अति सर्वत्र वर्जयेत।
योग, प्राणायाम, माइंडफुलनेस – दिमाग का संतुलन जरूरी: ध्यान और योग से मानसिक तनाव, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज नियंत्रित रहती है। इससे कोशिकाएं भी अधिक युवा बनी रहती हैं।
'Ikigai' – जीवन का उद्देश्य खोजें: जापान के ओकिनावा क्षेत्र, जहाँ लोग 90+ उम्र तक स्वस्थ रहते हैं, वहाँ ‘Ikigai’ यानी हर दिन कुछ सार्थक करने की प्रेरणा दी जाती है। यही जीवन की लंबी उम्र का गुप्त रहस्य भी है।
विशेषज्ञ की राय: डॉ. पीयूष त्रिवेदी, आयुर्वेद चिकित्साधिकारी, शासन सचिवालय, जयपुर का मानना है कि —“स्वस्थ दीर्घायु कोई कल्पना नहीं है, यह हमारे जीवन के छोटे-छोटे निर्णयों पर निर्भर करती है। योग, आहार, नींद, संयमित जीवन और उद्देश्यपूर्ण दिनचर्या से आप 90 नहीं, 100 साल तक भी स्वस्थ रह सकते हैं।”
डॉ. पीयूष त्रिवेदी आयुर्वेद चिकित्साधिकारी शासन सचिवालय जयपुर . M N0 : 9828011871